विश्वविद्यालयों के ‘पंखों’ को ‘उड़ान’ देने की तैयारी, अनुसंधान व शैक्षणिक गतिविधियां पकड़ेंगी जोर

punjabkesari.in Sunday, Mar 01, 2020 - 09:39 AM (IST)

सिरसा (नवदीप) : विश्वविद्यालयों में शोध, ढांचागत विकास एवं अन्य गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए इस बार राज्य के विश्वविद्यालयों को बजट में भारी-भरकम राशि आबंटित की गई है। अकादमिक विश्वविद्यालयों को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कुल 548 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। वहीं, प्रदेश के 16 विश्वविद्यालयों को 1789 करोड़ की राशि दी जाएगी। 2018-19 में 416 करोड़ जबकि 2019-20 में 532 करोड़ रुपए का बजट दिया गया था।

नए-नवेले बने विश्वविद्यालयों में भी आधारभूत ढांचा खड़ा करने और पूंजीगत परिसम्पत्तियों के लिए भी पर्याप्त राशि बजट में निर्धारित की गई है। तकनीकी विश्वविद्यालयों के लिए 165 करोड़, कृषि अनुसंधान व शिक्षा के लिए 635 करोड़ तथा पशुपालन शोध एवं शिक्षा पर 281 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। दरअसल 22 जिलों एवं 44 हजार वर्ग किलोमीटर में फैले छोटे से हरियाणा में 17 सरकारी विश्वविद्यालय हैं। इनमें एक को भी केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त नहीं है।

3 तकनीकी विश्वविद्यालय हैं। एक पशुपालन, एक कृषि, एक विधि, एक संस्कृत, एक कला, एक महिला, एक कौशल विश्वविद्यालय है। आधा दर्जन अकादमिक विश्वविद्यालय हैं। इन विश्वविद्यालयों के विकास एवं शिक्षा, अनुसंधान के पंखों को उड़ान देने के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग पर इस बार मनोहर ने अपार कृपया की है। कुरुक्षेत्र विवि को सहायतानुदान के लिए 85 करोड़ जबकि सामान्य शिक्षा के लिए 40 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक को सामान्य सहायतानुदान के लिए 50, सामान्य शिक्षा के लिए 53 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।  

चौ. देवीलाल वि.वि. सिरसा के लिए 50 करोड़, भगत फूल सिंह महिला विवि के लिए 84 करोड़, इंदिरा गांधी विवि मीरपुर रेवाड़ी के लिए 20 करोड़ का बजट आगामी वित्त वर्ष के लिए रखा गया है। डा. भीम राव अम्बेदकर राष्ट्रीय विवि सोनीपत को सहायतानुदान के लिए 7 करोड़, पूंजीगत परिसम्पत्तियों के सृजन के लिए 38 करोड़ एवं सामान्य शिक्षा के लिए 45 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। इसी प्रकार से चौ. रणबीर सिंह विवि जींद को पूंजीगत परिसम्पत्तियों के सृजन के लिए 38 करोड़ एवं सहायतानुदान सामान्य मद में 13 करोड़ एवं सामान्य शिक्षा के लिए 25 करोड़, महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विवि मुंदरी कैथल के लिए सहायतानुदान के लिए 15 करोड़ एवं पूंजीगत परिसम्पत्तियों के लिए 30 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।  

गुरुग्राम विवि को 24 करोड़़, गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार के लिए 95 करोड़, वाई.एम.सी.ए. यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस फरीदाबाद को 40 करोड़, स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिग एंड विजुअल आर्टस के लिए 30 करोड़ का बजट रखा है। कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए देश में अपनी पहचान रखने वाले चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि में शोध की गतिविधियों को बढ़ावा देने पर इस बार खासा जोर दिया जाएगा। 

कृषि शिक्षा एवं अनुंसधान के लिए हरियाणा के बजट में इस बार 635 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि का प्रावधान किया गया है। हरियाणा के हिसार में लाला लाजपत्त राय पशु विवि है। इस वि.वि. की भी देशभर में साख है। यहां पर भैंस, गाय की नई किस्मों पर अनुसंधान करने, पशुपालन शिक्षा एवं योजनाओं के लिए 181 करोड़ रुपए का स्टेट बजट में प्रावधान है जबकि 100 करोड़ रुपए की राशि नॉबार्ड की ओर से भी दिया जाएगा। खैर इस बार के बजट में उच्च शिक्षा के लिए मनोहर ने खजाने का मुंह खोला है और इस राशि का तभी सदुपयोग होगा जब अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में नए-नवेले प्रयोग देखने को मिलें और उनसे हरियाणा की साख और मजबूत हो।


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Isha

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