लेबर की दिक्कत हो तो वह डायरेक्ट सीडिंग राईस का तरीका अपनाएं किसान: संजीव कौशल

punjabkesari.in Wednesday, Jun 17, 2020 - 04:26 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): कृषि विभाग के अतिरक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि माईग्रेंट लेबर को लेकर उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि किसानों को जहां भी लेबर की दिक्कत हो तो वह डायरेक्ट सीडिंग राईस की ओर अपना झुकाव दिखाएं। उन्होंने बताया कि हमने 1 हजार डायरेक्ट सीडिंग राईस इक्विपमेंट की भी एक स्कीम लांच की है, जिसमें किसान को  40 फीसदी सब्सिडी दी जाती है। अगर अनुसूचित जाति या महिला किसान हो तो उन्हें 50 फीसदी सब्सिडी देने के लिए हम बाध्य हैं। उन्होंने बताया कि 550 के करीब किसानों ने इसका फायदा उठाया है। उम्मीद है कि 1 हजार के करीब किसान इसका फायदा उठाएंगे। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य है कि इस इक्विपमेंट से लाख सवा लाख एकड़ रकबा कवर कर लेंगे।

संजीव कौशल ने बताया किजब हमने मेरा पानी मेरा विरासत स्कीम शुरू की तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल से कुरुक्षेत्र ,कैथल और रतिया के दौरे के दौरान उनसे किसानों ने मांग की थी कि काफी रकबे में नीचे पानी खड़ा रहता है, जिससे कि वे किसान केवल धान की फसल ही उगा पाते हैं। जबकि अगर सरकार ये चाहती है कि वे दूसरी फसलें भी वहां उगाएं तो वहां रिचार्ज शाफ़्ट लगाई जाए, जिससे धरातल का खड़ा पानी नीचे तक जा पाए। उसके लिए पहले सरकार ने 300 रिचार्ज शाफ़्ट बनाने की बात पर विचार किया था। जिसमें एक शाफ़्ट में 2 से सवा तीन लाख का खर्चा आता है और 10 से 15 एकड़ तक उससे फायदा मिलता है। वो डिजाइन उन्होंने एचएयू के इंजीनियरिंग विभाग एवं सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड से बनवाए इन 300 पायलट रिचार्ज शाफ़्ट शुरू करने में किसान से भी 10हजार रुपये लेने का फैसला किया ताकि किसान भी खुद को इसका मालिक महसूस करे।

संजीव कौशल ने कहा कि खुशी की बात है कि सरकार ने इस योजना को लांच किया, जिसमें 2 दिन में ही 334 किसानों की दरखास्त उनके पास आई है जिसमें वे 10 हजार रुपये इसके लिए सरकार को देने के लिए तैयार है।

 


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Shivam

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