हौंसले बुलंद हो तो तूफानों को चीरा जा सकता है, गरीबी की मार झेल रहे दिव्यांग बेटे ने लहराया परचम

punjabkesari.in Tuesday, Jul 14, 2020 - 09:17 PM (IST)

पानीपत (सचिन नारा): कोरोना महामारी के बीच आखिरकार भिवानी बोर्ड ने दसवीं क्लास का रिजल्ट घोषित किया। जिसमें प्रदेश की कई लड़कियों और लड़कों ने टॉप करके अपने स्कूल और प्रदेश का नाम रोशन किया। ऐसे ही पानीपत के गांव आसन कला में एक हाथ से और एक पैर से दिव्यांग विकास ने स्कूल में टॉप कर गांव के साथ-साथ अपने मां-बाप का नाम रोशन किया। 

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विकास ने बताया कि उन्होंने टीचरों और अपनी खुद की कड़ी मेहनत के चलते 500 में से 467 नंबर हासिल किए हैं। उन्होंने इस दौरान स्कूल में एक नया रिकॉर्ड भी बनाया है। पिछले कई सालों से स्कूल में छात्राएं ही टाॅप कर रही थी, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और शिक्षकों के प्रयास के चलते इस बार टॉप किया है।

किसी भी वक्त गिर सकता है घर
विकास को पढ़ाई के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। विकास का यह घर ऐसी स्थिति में खड़ा है जो किसी भी वक्त गिर सकता है। घर की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है की छत किसी भी वक्त गिर सकती है। जिस टूटे-फूटे बेड पर विकास का परिवार सोता है उसको भी ईंटों पर खड़ा किया गया है।

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विकास की मां ने बताया कि दुख की घड़ी में बेटे ने स्कूल में टॉप करके उन्हें खुशी का मौका दिया है। जिसके चलते वह बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास तो विकास की बोर्ड फीस 750 रुपये भी भरने के लिए नहीं है। किसी से विकास के लिए स्कूल की वर्दी तो किसी से किताबें तो कुछ टीचरों के सहयोग मांग मांगकर विकास को पढ़ाने का काम किया। जिसके चलते आज विकास ने उनका नाम रोशन करने का काम किया। विकास की मां ने बताया कि उनके पति साथ नहीं रहते हैं, वह हर दिन उनके खिलाफ साजिश रचते रहते हैं। 

वहीं विकास की बहन मनी अनीता ने बताया कि भाई के टॉप करने पर उन्हें बेहद खुशी हो रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें कहीं न कहीं लगता था कि विकास में कुछ तो खूबी है। जिसको उन्होंने आज साबित करके दिखाया। अनीता ने कहा कि एक गरीब परिवार से संबंध रखने की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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पैसे ना होने के चलते वह घर का बिजली का बिल नहीं भर पाए। जिसके चलते आज उनके घर का बिल 20000 रुपये ब्याज के ऊपर ब्याज लगाकर हो चुका है। जिस को भरने में वह असमर्थ हैं।। इसके चलते उन्हें हर दिन मीटर कटने का डर बना रहता है।


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Edited By

vinod kumar

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