यमुना किनारे लगे गंदगी के ढेर, श्रद्धालुओं की आस्था हो रही आहत

punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2019 - 05:56 PM (IST)

यमुनानगर(रंजना): पश्चिमी यमुना नहर के किनारे पर गिराई गई गंदगी से यहां आने वाले लोगों की आस्था आहत हो रही है। गंदगी उठाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कोई प्रयास नहीं किया गया। इससे किनारों पर आए दिन गंदगी के ढेर बढ़ते जा रहे हैं। गंदगी उठाना तो दूर कुछ लोगों ने पश्चिमी यमुना नहर के किनारों पर गोबर के ढेर लगाने शुरू कर दिए।

पश्चिमी यमुना नहर के किनारों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, क्योंकि इसकी तरफ प्रशासन गंभीरता नहीं दिखा रहा है। प्रशासनिक अनदेखी का परिणाम है कि यमुना किनारों पर गंदगी के ढेर बढ़ते जा रहे हैं।चिट्टा मंदिर घाट से शुरू होकर शनि मंदिर घाट व श्मशान घाट तक गंदगी के ढेर लगे हैं। इससे यमुना नहर का जल दूषित हो रहा है। इसके साथ ही शनि मंदिर के सामने बने घाट पर नहर के किनारों पर झाडिय़ां उगी हैं। झाडिय़ों के नजदीक ही गंदगी के ढेर लगे हैं जहां सूअर मुंह मार रहे हैं।

किनारे के नजदीक आजाद नगर, शांति कालोनी, मुंडा माजरा, चौधरी कालोनी लगती हैं। कुछ घर बिल्कुल किनारों के नजदीक हैं। किनारों और घरों में थोड़ा ही फासला है। इन घरों की कुछ महिलाएं किनारों पर गोबर के ढेर लगा देती हैं। गोबर के ढेर भी पानी के साथ यमुना में बह जाते हैं। इस घाट से यमुना कैनाल रैस्ट हाऊस की तरफ चलने पर रास्ते में आने वाले घाट पर भी गंदगी की भरमार है। यहां फैली गंदगी भी पानी के साथ यमुना में गिर जाती है।

यमुना कैनाल रैस्ट हाऊस के नजदीक गंदगी तो इस तरह है मानो यमुना नहीं कोई कीचड़ का नाला हो। विवाह सीजन के दौरान तो कुछ लोग गाडिय़ों से फूल उतार कर भी किनारों पर गिरा देते हैं। यमुना पर पूजा-अर्चना के लिए रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। यहां गंदगी के ढेर श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाते हैं।  आजाद नगर निवासी विकास, विशाल, साजन, रोहित, शांति कालोनी निवासी विजय, हुकम चंद, राघव व अमित आदि ने बताया कि वह लोग यहां काफी दिनों से रहते हैं। सुबह व शाम की सैर के लिए यमुना किनारों आते हैं। वह खुद भी देखते हैं कि लोग यहां किनारों पर गंदगी छोड़ देते हैं, जबकि हर कालोनी में कूड़ादान रखे हैं। 

स्वच्छ अभियान का कोई असर नहीं
शहरवासियों का कहना है कि देश भर में स्वच्छता अभियान चल रहा है। इस अभियान में जिले के लोग भी हिस्सेदारी निभा रहे हैं। इसके बाद भी यमुना किनारों पर अभी तक स्वच्छता अभियान नहीं चला है। लोग भी इसको लेकर जागरूक नहीं है। यहां के लोग सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाने की बात कह रहे हैं, लेकिन यमुना किनारों की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया।

यह कहते हैं अधिकारी
हरिदेव काम्बोज कार्यकारी अभियंता, जल सेवा प्रभाग, दादूपुर ने कहा कि इस समय गंदा पानी जिसमें कचरा भी मिक्स है, यमुना में बहाया जा रहा है। हमने संबंधित विभागों के अधिकारियों से गंदे पानी के नालों को डब्ल्यू.जे.सी. में रोकने के लिए कहा था। जब अधिकारी कोई भी कार्रवाई करने में विफल रहे तो उन्हें नोटिस जारी किए हैं। 

की जा रही अनदेखी
यमुना किनारे शनि मंदिर के पंडित माधव शुक्ला का कहना है कि नगर निगम की तरफ से कभी भी कोई सफाई नहीं कराई जाती। उनका कहना है कि मंदिर के सामने वाले घाट कि वह हमेशा 4-5 लड़कों से दिहाड़ी पर खुद सफाई करवाते हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से उन्हें कभी भी कोई सफाई कर्मचारी या सहायता नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि यमुना की सफाई को लेकर सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है। यमुना नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनदेखी की जा रही है।


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Edited By

vinod kumar

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