बिजली निगम कूट रहा चांदी, डिफाल्टर भी भर रहे बिल

punjabkesari.in Thursday, Nov 17, 2016 - 04:50 PM (IST)

सिरसा(सतनाम सिंह) : नोटबंदी का सीधा-सीधा असर सरकारी महकमों पर दिखाई पड़ रहा है। सरकार की ओर से 500 व 1000 रुपए के नोटोंं से सरकारी बिलों के भुगतान की सुविधा दिए जाने की वजह से लोग पुराने नोटों से बिजली बिल की दिल खोलकर अदायगी कर रहे हैं।

अकसर बिल की  अदायगी करने में लोग हिचक दिखाते रहे हैं। अब लोग पुराने नोट खपाने के लिए बिल की अदायगी करने में लगे हैं। जिलाभर में 6 दिनों में लोगों ने 14 करोड़ रुपए का बिजली बिल भरा है। जिसमे 7 करोड़ 56 लाख की पुरानी रिकवरी भी शामिल है।

बिजली बोर्ड पर इन दिनों नोटों की बारिश हो रही है। ये वो नोट है जिन्हें 9 नवंबर से प्रचलन में बंद कर दिया गया है। सरकार की ओर से बिल अदायगी करने के लिए स्वीकार किया जा रहा है। जिसकी वजह से निगम पुरी चांदी कूट रहा है। डिफाल्टर हुए उपभोक्ता भी लाइन में लगकर बिल भर रहे हैं।

 बिजली निगम के एस.र्इ. एस.के. वर्मा ने बताया कि इससे निगम को फायदा हुआ है। जो लोग लंबे समय से डिफाल्टर थे जिनको बार-बार बिजली बिल भरने का कहा जा रहा था वो अपने बिल नहीं भर रहे थे वे भी अब बिल भरकर जा रहे हैं। इसलिए निगम ने अब 24 नवंबर तक पुराने नोट लेने का फैसला किया है। 


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