ऑपरेशन ट्रैकडाउन में 289 कुख्यात अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद, रोकी गई 8 संभावित हत्या की वारदात
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 04:10 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): प्रदेश भर में चलाए जा रहे ऑपरेशन ट्रैक डाउन के तहत गुड़गांव पुलिस ने 5 से 20 नवंबर के बीच 289 कुख्यात अपराधियों को काबू करने में सफलता हासिल की है। इस अभियान का उद्देश्य सक्रिय कुख्यात और हिंसक अपराधियों, गैंगस्टरों, बदमाशों, हथियार तस्करों तथा नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करके अपराधों व अपराधियों पर अंकुश लगाना था।
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डीसीपी हैडक्वार्टर अर्पित जैन ने पत्रकारवार्ता कर बताया कि इस ऑपरेशन ट्रैक डाउन के दौरान कुल 290 कुख्यात/हिंसक अपराधियों की पहचान की गई, जिनमें से 289 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। संगठित अपराध (Organized Crime) को अंजाम देने में संलिप्त कुल 48 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। गुड़गांव पुलिस द्वारा इस दौरान कुल विभिन्न अपराधों में संलिप्त रहे 75 आरोपियों की हिस्ट्रीशीट खोली व 118 आरोपियों की हिस्ट्रीशीट अपडेट की गई।हिस्ट्री शीट खोलने/अपडेट के बाद पुलिस द्वारा उन पर निगरानी रखी गई और उनसे पूछताछ भी की गई।
अन्य विभिन्न अपराधों में संलिप्त 303 वांछित अपराधी गिरफ्तार किए गए। 20 अपराधियों की जमानत रद्द/आवेदन दायर किए गए, 81 अपराधियों पर BNSS की धाराओं में प्रिवेंटिव एक्शन लिया गया। 14 अपराधियों की आपराधिक संपत्ति चिह्नित/अटैच/डिमॉलिश/प्रोसीडिंग कराई गई है। इसमें बनारसी उर्फ खंडू, सुनीता, राजबीर उर्फ रोहित, परवीन उर्फ टप्पली, सुरेन्द्र उर्फ सुन्नू, राहुल उर्फ दबंग, आजाद सिंह, सचिन, सुमित, सौरभ, सुधीर कुमार, सागर उर्फ साहिल, अरविन्द उर्फ फौजी व नरेन्द्र उर्फ मोनू शामिल है तथा इनकी सम्पति में Scorpio, i10 कार सहित कई वाहन व अन्य संपत्तियां शामिल हैं।
डीसीपी ने बताया कि इस दौरान शस्त्र अधिनियम के तहत कुल 74 आरोपी गिरफ्तार किए गए, जिनके कब्जा से कुल 43 देसी कट्टे, 2 पिस्टल, 1 मैग्जीन, 59 कारतूस व 1 चाकू बरामद किए गए। NDPS Act. के तहत की गई कार्यवाही में कुल 33.78 ग्राम हेरोइन, 8.49 ग्राम कोकीन, 25.329 किलोग्राम गांजा, 20.11 ग्राम LSD व अन्य नशीले पदार्थ बरामद किए गए। विशेष 'Operation Trackdown' के तहत कार्यवाही करते हुए सदर थाने में दर्ज एक मामले में वांछित 5 हजार का इनामी बदमाश भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम द्वारा हत्या करने के मामलों में कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तथा 8 संभावित हत्याओं की वारदातों को निष्क्रिय किया।वहीं, हत्या करने प्रयास के मामलों में कुल 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।इन 15 दिनों में संगठित अपराधों के कुल 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। डकैती (4), लूटपाट/छीनाझपटी (7), अवैध वसूली (18), रॉबरी (5), मारपीट करने/Griviance Hurt (4), अपहरण (7), बर्गलरी (5) व चोरी (6) अपराधों में कुल 56 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी अर्पित जैन ने बताया कि गुड़गांव पुलिस ने अपराधियों द्वारा अपराध से अर्जित संपत्तियों का विस्तृत मूल्यांकन कर उन्हें कानूनी प्रावधानों के अंतर्गत जब्ती की प्रक्रिया में शामिल किया है। संबंधित संपत्तियों पर अस्थायी कुर्की, बैंक खातों की फ्रीजिंग, भूमि/वाहन रजिस्ट्रेशन पर रोक तथा आवश्यक वित्तीय दस्तावेजों का सत्यापन करते हुए जब्त करने की कार्यवाही की जा रही है। इन कठोर आर्थिक उपायों का उद्देश्य अपराधियों की अवैध आर्थिक शक्ति को समाप्त करना और भविष्य में अपराध की पुनरावृत्ति पर रोक लगाना है। वहीं, जेल से बाहर आए हथियारबंद एवं गिरोहबंद अपराधियों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है ताकि उनकी गतिविधियां पुनः जन-शांति और कानून-व्यवस्था के लिए खतरा न बनें। ऐसे सभी अपराधियों की सूची तैयार कर उन्हें स्थानीय थानों, इंटेलिजेंस यूनिट और स्पेशल स्टॉफ के साथ सांझा किया गया है। नियमित सत्यापन, मूवमेंट ट्रैकिंग, हॉटस्पॉट क्षेत्रों की सतत निगरानी, और आवश्यकतानुसार रोकथामात्मक कार्यवाही (जैसे बाउंड-डाउन प्रोसीडिंग्स, निगरानी रजिस्टर में प्रविष्टि आदि) के माध्यम से उन्हें खामोश रखने और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इससे क्षेत्र में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और संभावित अपराध पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है।
उधर, बड़ी संख्या में कई गई गिरफ्तारियों और भारी मात्रा में हथियार व नशीले पदार्थों की बरामदगी ने संगठित अपराध और गैंग गतिविधियों को गहरा झटका दिया है। इससे जिले में गंभीर अपराधों की संभावनाएं कम हुई हैं और जन-सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है। अवैध संपत्तियों पर की गई कार्यवाही ने अपराधियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून से बचना संभव नहीं है और अपराध का हर स्वरूप सख्ती से दबाया जाएगा। डीसीपी अर्पित जैन ने कहा कि ऑपरेशन ट्रैक डाउन गुड़गांव पुलिस की संगठित, सशक्त और परिणाम आधारित कार्यवाही का उत्कृष्ट उदाहरण है। जिले में संगठित अपराध, हथियारबंदी, नशीले पदार्थों की तस्करी और गैंग गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के लिए इस अभियान को तेजी और सतर्कता से संचालित किया गया। जिसमें गुड़गांव पुलिस का उत्कृष्ट कार्य रहा।