फॉगिंग करने पहुंची टीम को ग्रामीणों ने बनाया बंधक, जानिए कारण

punjabkesari.in Wednesday, Dec 04, 2019 - 12:24 PM (IST)

यमुनानगर (त्यागी) : पिछले दिनों शहर के विभिन्न भागों में डेंगू का प्रकोप रहा और कई मौतों के भी समाचार सामने आए। शहर की जनता शुरू से ही स्वास्थ्य विभाग को अपील करती रही कि संवेदनशील क्षेत्रों में फॉङ्क्षगग करवाई जाए ताकि डेंगू से बचा जा सके। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग कुंभकर्णी नींद सोया रहा।  पिछले सप्ताह गांव भगवानगढ़ में संदीप डेंगू की चपेट में आ गया। गांव वासियों की मांग थी कि गांव में फॉङ्क्षगग करवाई जाए लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसी दौरान संदीप की मौत हो गई।


युवक की मौत के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम जब गांव में फॉङ्क्षगग के लिए पहुंची तो गांव वालों ने उन्हें भला-बुरा कहते हुए बंधक बना लिया। गांव वालों का कहना था कि जब फॉङ्क्षगग की जरूरत थी तब तो वे आए नहीं। अब जब उनका पूरा गांव ही डेंगू की चपेट में आ गया और एक युवक की मौत हो गई तो अब उनकी नींद कैसे खुल गई। गांव वालों ने उन्हें एक बैठक में बंधक बना लिया। इस पर फॉङ्क्षगग करने गए कर्मचारियों ने फोन के माध्यम से उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। 

जानकारी मिलते ही मौके पर डिप्टी सी.एम.ओ. डा. गणेश, डा. अनूप गोयल, डा. दिनेश शर्मा, कुलबीर, चेतन व मलेरिया अधिकारी मौके पर पहुंचे और गांव वालों को आश्वासन दिया कि वे इस मामले में गम्भीर हैं और मामले की जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा चाहे वह नगर निगम का कर्मचारी हो या अधिकारी हो या फिर स्वास्थ्य विभाग का, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस आश्वासन के बाद गांव वालों का गुस्सा कुछ शांत हुआ और अधिकारियों व कर्मचारियों को छोड़ा गया। इस दौरान मौके पर पुलिस भी पहुंच गई थी। 
मौके पर बलजीत, प्रदीप, बसंत, कर्मचंद, महीपाल व अन्य उपस्थित थे।


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Isha

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